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Privacy Policy

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  • Website को visit करने से पहले sin in कर लें।
  • Payment link महीने के पहले दिन active होगा ना उससे पहले ना ही उसके बाद।
  • Payment करने के बाद screenshot जरूरी है।
  • कोई भी न्यू अपडेट के लिए सर्विस पेज को चेक करें। 
  • याद रहे की qr code को download करने के बाद यह न सोचे कि अगले दिन pay करने से हो जाएगा यदि ऐसा होता है तो Payment successfull तो हो जाएगा लेकिन admin के पास नहीं आएगा यदि Payment refund हो गया तो ठीक यदि ना हो तो admin की कोई जिम्मेदारी नहीं।
  • यदि कोई कारण से 1 तारीख को payment ना कर सके तो अगले month का wait करें। 
  • अगले महीने में पिछले महीने का भी Payment कटा लें। (Note:- इसमें कोई extra charge नहीं)
  • 3 महीने तक payment miss करने के बाद email में notification जाएगी इसीलिए अपना personal email ही register करें।

Loan policy


  • यदि उधारकर्ता एक महीने की अवधि पूरी होने से पहले ही मूलधन (Principal amount) वापस कर देता है, तो भी उससे पूरे एक महीने का ब्याज लिया जाएगा।
  • यदि उधारकर्ता ठीक एक महीना पूरा होने पर मूलधन वापस करता है, तो भी उससे पूरे एक महीने का ब्याज लिया जाएगा।
  • 📜 कानूनी कार्रवाई की सूचना (Legal Action Notice Draft)
  • विषय: निश्चित अवधि के ऋण (Loan for a Fixed Term) की अदायगी (Repayment) में विफलता और अंतिम अवसर (Final Opportunity)

  • यदि किसी व्यक्ति ने निश्चित समयावधि के लिए ऋण (पैसा) लिया है और वह निर्धारित समय पर उसे चुकाने में असमर्थ रहा है, तो उसे ऋण चुकाने के लिए केवल 2 (दो) माह का अतिरिक्त समय दिया जाता है।

  • स्पष्टीकरण:

  • यह 2 माह की अवधि ऋण चुकाने का अंतिम अवसर है।

  • यदि ऋणी (Debtor) इस अतिरिक्त 2 माह की समयावधि के भीतर भी पूर्ण ऋण राशि नहीं चुका पाता है, तो ऋणदाता (Lender) बिना किसी और सूचना के तत्काल कानूनी कार्रवाई (Legal Action) शुरू करने का अधिकार सुरक्षित रखता है।

  • यह कानूनी कार्रवाई, ऋण की वसूली (Recovery) के लिए सिविल (Civil) या आपराधिक (Criminal) हो सकती है, जो लागू कानूनों (Applicable Laws) के तहत उचित होगी।

  • यदि कोई व्यक्ति किसी अवधि के लिए धन उधार लेता है और वह निर्धारित समय से पहले ही कुछ महीनों या दिनों पहले धन लौटा देता है, तो उधार दी गई राशि पर केवल उस वास्तविक अवधि के लिए ही ब्याज लिया जाएगा जिसके लिए पैसे वास्तव में उपयोग किए गए। दूसरे शब्दों में—ब्याज की गणना वास्तविक उपयोग की अवधि के अनुसार की जाएगी, न कि मूल निर्धारित अवधी के अनुसार।

  • उदाहरण (स्पष्ट गणना के साथ):
  • मान लीजिए 10,000 रूपये पर वार्षिक ब्याज दर 12% है। अगर व्यक्ति ने यह राशि 6 माह के लिए ली थी पर 4 माह बाद ही लौटा दी—तो ब्याज केवल 4 माह के लिए लगेगा:
  • ब्याज = प्रधान × वार्षिक दर × (महीने/12) = 10,000 × 0.12 × (4/12) = 400 रूपये।